New break up story in hindi 2021
आज मैं आपको सिलाश और दिया के बारे में बताने जा रहे हैं इस स्टोरी को पढ़ कर आप अपने आप को रोने से रोक नहीं पाएंगे हैं आप लोगों को इस कहानी को पूरी लास्ट तक पढ़ता चाहिए आज उनके रियल नाम का ज़िक्र नहीं कर सकते हैं , मान लीजिये की लड़का का नाम सिलाश और लड़की का नाम दिया हैं
चलिए आज पहले सिलाश के बारे में बताएंगे कि सिलाश एक साधारण लड़का था ,जो पढ़ते में बहुत ही होशियार लड़का था
पढते में उसका मन बहुत ही ज्यादा लगा रहता था साथ ही हर test एग्जाम में पहला रैंक हासिल करता था .
दिया नाम की लड़की जो कि बहुत ज़्यादा सुंदर थी लड़की जो कि लड़के से एक क्लास कम में थी कहने का मतलब हैं कि लड़की 6th में थी तो लड़का 7th क्लास में था
स्कूल के समय की ग्रामीण क्षेत्र की प्रेम कहानी है लड़की और लड़का एक ही गांव के रहने वाली थी , लड़का बहुत ही देखने cute था , सिलाश जो कि लड़की को स्कूल के जाते समय अपने घर के खिडकी से लड़की को देख करता था ,ओ लड़का लड़की को रोज ऐसे देखा करता था ,लड़का के मन मे लड़की के लिए फीलिंग उत्पन्न होना शुरू हो चुका था .
ओ लड़का बहुत ज्यादा सर्मिला और डरपोक प्रवित्ति का था , लड़की से अपने प्रेम के बारे में बताने के लिए डरता रहता था . इस तरह लड़का अपने फीलिंग को अपने अंदर ही दबा कर रखता था, किसी भी दोस्त यार से किसी को कुछ नही बताता था . इस तरह उस साल लड़का, लड़की से कुछ नहीं बोल पाया . सिलाश को अच्छे से पढ़ाने के घर वाले उसे 3km दूर एक प्राइवेट स्कूल में भर्ती कर देते हैं . लड़का उस स्कूल में जाने के लिए तैयार हो जाता हैं ,और रोज 11 बजे स्कूल के रवाना हो जाता था . लेकिन लड़का, लड़की को स्कूल जाते देख कर बहुत ज्यादा खुश रहता था चूंकि लड़की का स्कूल गांव में थी और स्कूल का टाइमिंग 10 बजे होता था .
लड़की और लड़का दोनों अलग -अलग मुहाले में रहते थे दोनों के बीच मे कभी - कभी बात हुआ करता था सिर्फ पढ़ाई से संबंधित
लड़का का एक दोस्त था प्रदीप जो कि लड़की के मुहल्ले में रहता था चुकी प्रदीप और दिया दोनों एक दोस्त थे उनके बीच मे बात चीत चलती रहती थी . प्रदीप जो सिलाश का भी दोस्त था .
एक दिन सिलाश ने हिम्मत कर के लड़की का नाम अपने हाथ में पेन से लिख लेता इस हुए घटनाओं को प्रदीप देख लेता जिसे पता चल जाता हैं कि सिलाश ,दिया को पसंद करता हैं , लेकिन हम आपको बता चुके हैं कि लड़का अपने बात को छुपा कर के मतलब किसी से भी अभिव्यक्त नहीं करता था . जब ये बात को प्रदीप जान लेता हैं तो ओ सिलाश से पूछता हैं , तूने उस लड़की का नाम क्यों लिखा हैं , कुछ तो है बेटे तू मेरे को बता वरना मैं उस लड़की को इस बारें में बता दूंगा तब पहली बार सिलाश प्रदीप को कहता हैं कि मैं उस लड़की को प्रेम करता हूँ तू कसम खा की इस बात को किसी को भी नही बताएगा . प्रदीप चालक था ये सभी क्रियाकलाप को दिया को बता देता हैं कि सिलाश तेरे से प्रेम करता हैं लड़की को पता चल जाता हैं जब भी लड़का उसके मुहल्ले से गुजरा करता था तब लड़की को देख कर के अपने नज़रों को नीचे कर के चलता था. लड़की उस लड़के को घुर घुर के देखने लगता हैं लड़की के मन मे भी थोड़ा थोड़ा फीलिंग होने लगता है , लड़की ,लड़का को रोक कर के पूछता हैं कि तू मुझसे से प्यार करता है क्या , लड़का बहुत डर जाता है और उस जगह से भागने लगता हैं . करीब तीन महीनों तक लड़का ,लड़कि को दिखाई नहीं देता हैं , फिर एक दिन दोनों का रोड में मुलाकात हो जाता हैं . लड़की को देखकर लड़का फिर डर से भागने का कोशिश करता हैं लड़की कहती हैं , मैं भी तेरे से प्यार करती हूं लड़का बहुत ज्यादा खुश होता हैं . कुछ महीना समय बीतने के बाद लड़की लड़के को परेशान करने लग जाती हैं
लड़का को कहता ही तू मेरे दिखाई मत देना लड़का परेशान लड़की के बात को सुनकर के ओ लड़की के सामने आने से बहुत डरने लग जाता हैं और बहुत ज्यादा रोने लगता हैं . रो - रो के बुरा हाल हो जाता हैं , लड़की किसी दूसरे लड़के को चाहने लग जाती है
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